तुम करो दया मेरे साई
तुम करो दया मेरे साई,
ऐसी मत दीजै मेरे ठाकुर, सदा-सदा तुध धयाई,
तुम करो दया……
पानी पखा पी सौ संत आगे,गुण गोविंद जस गाइ,
सांस -सांस में नाम सम्हारे, एहे विश्राम नित पायी,
तुम दया करो मेरे साई…..
तुम्हरि कृपा ते मोह, मान छूटे, बिनस जाए भरमाई,
आनंद रूप रवियों सब मधे, जत-कत भेखो जाई,
तुम करो दया….
तुम दयाल कृपाल-कृपानिध, पतित पावन गौसाई,
कोट सुख औ आनंद रज पाए, मुखत निमख बुलाई,
तुम करो दया…..
जाप-ताप भगत शापूरी, जो प्रभ के मन भाई,
नाम जपत, तृष्णा सब बुझी हैं, नानक त्रिपत अघाई,
तुम करो दया….