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भटके क्यूँ दर बदर कर भरोसा श्याम पर

भटके क्यूँ दर बदर, कर भरोसा श्याम पर ,
जिसने भी दिल से पुकारा,हर मुसीबत से उबारा,
बेसहारो का सहारा, सांवरा मेरा सांवरा,
भटके क्यूँ…………….

इसके आगे हार जा, तन मन अपना बार जा,
लाख हो गहरा समंदर, तू बिना पतवार जा,
आ के दामन थाम लेगा, फिर किनारा श्याम देगा,
ज़िन्दगी भर काम देगा, सांवरा मेरा सांवरा,
भटके क्यूँ ………….

आत्मबल मिल जाएगा, फिर न तू घबराएगा,
दूर हो मंज़िल भले ही, रास्ता मिल जाएगा,
होंसला तुझको मिलेगा, आंधी में दीपक जलेगा,
साथ में हरदम चलेगा, सांवरा मेरा सांवरा,
भटके क्यूँ………….

हैं बहुत चंचल ये मन, फिर भी कर थोड़ा भजन .
श्याम ने जीवन दिया है, कुछ तो तू कर ले जतन.
कर नशा इस जाम का, बस हरि गुणगान का.
सूर और रस खान का, सांवरा मेरा सांवरा.
भटके क्यूँ …………

ना कोई तेरा यहाँ, ना किसी से आस कर ,
है फरेबी ये ज़माना, श्याम पर विश्वास कर,
दिल लगा दिलदार से, सांवरे सरकार से,
संजू कह दे प्यार से, सांवरा मेरा सांवरा,
भटके क्यूँ……….

भटके क्यूँ दर बदर, कर भरोसा श्याम पर,
जिसने भी दिल से पुकारा, हर मुसीबत से उबारा,
बेसहारो का सहारा, सांवरा मेरा सांवरा,
भटके क्यूँ……….

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