लीले घोड़े रा असवार | रुणिचा बाबा रामदेव भजन
लीले घोड़े रा असवार
करां थारी मनवार
बाबा म्हारे घरां आवो जी
आवो न बाबा,म्हारे घरां आवो जी
काना में थारे कुण्डल सोहे
गल बैजंती माला
सिर पर थारे मुकुट बिराजे
नैन लगे मतवाला
सोभा वरणी न जाय
देख्या मन हर्षाय
बाबा म्हारे घरां आवो जी
आवो न बाबा,म्हारे घरां आवो जी
पीरा का थे पीर कहाओ
अजमल घर अवतारी
महिमा थारी भारी बाबा
पूजे दुनिया सारी
म्हे भी धरां थारो ध्यान
गावां थारो ही गुणगान
बाबा म्हारे घरां आवो जी
आवो न बाबा,म्हारे घरां आवो जी
आंधनलया ने आंख्या देओ
पांगल्या ने पाँव
कोढ्या का थे कोढ़ मिटाओ
जाने सकल जहान
म्हे तो अर्जी करां हमेश
हरज्यो सारा कष्ट कलेश
बाबा म्हारे घरां आवो जी
आवो न बाबा,म्हारे घरां आवो जी
लीले घोड़े रा असवार
करां थारी मनवार
बाबा म्हारे घरां आवो जी
आवो न बाबा,म्हारे घरां आवो जी