जय संतोषी माँ
यहाँ वहाँ जहाँ तहाँ, मत पूछो कहाँ-कहाँ है सँतोषी माँ ! अपनी सँतोषी माँ, अपनी सँतोषी माँ… जल में भी...
एक भक्त का प्रयास भक्तो के लिए
दुर्गा भजन माँ दुर्गा की आराधना का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। यह भजन भक्तों के दिलों में भक्ति और शक्ति का संचार करते हैं। माँ दुर्गा को शक्ति की देवी माना जाता है, जो अपने भक्तों की हर कठिनाई को दूर करती हैं और उन्हें जीवन की चुनौतियों का सामना करने की शक्ति प्रदान करती हैं। दुर्गा भजनों के माध्यम से भक्त माँ दुर्गा के प्रति अपनी श्रद्धा और प्रेम व्यक्त करते हैं।
दुर्गा भजन सदियों से भारत की धार्मिक परंपराओं का अभिन्न हिस्सा रहे हैं। इन भजनों में माँ दुर्गा के विभिन्न रूपों की महिमा, उनके साहस, करुणा और दुष्टों के संहार का वर्णन मिलता है। नवरात्रि और दुर्गा पूजा के समय ये भजन विशेष रूप से गाए जाते हैं और हर भक्त के मन में माँ दुर्गा की उपासना के प्रति अगाध श्रद्धा उत्पन्न करते हैं।
प्रसिद्ध दुर्गा भजनों में “अमर है शक्ति तेरी”, “दुर्गा जी के भजन गाओ रे”, “जय अम्बे गौरी”, “तुम बिन मोरी कौन खबर ले” जैसे भजन अत्यंत लोकप्रिय हैं। इन भजनों के माध्यम से भक्त माँ दुर्गा की कृपा पाने की आकांक्षा करते हैं और उनके चरणों में अपने मन की शांति प्राप्त करते हैं।
दुर्गा भजन न केवल भक्ति की अनुभूति कराते हैं, बल्कि हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और प्रेरणा का भी संचार करते हैं। इन भजनों को सुनने और गाने से मन को शांति मिलती है और माँ दुर्गा की अपार कृपा प्राप्त होती है।
यहाँ वहाँ जहाँ तहाँ, मत पूछो कहाँ-कहाँ है सँतोषी माँ ! अपनी सँतोषी माँ, अपनी सँतोषी माँ… जल में भी...
उचा भवन है मैया का मैं चड़ते चड़ते आ गई मुझको मैया जी माफ़ करना गलती म्हारे से हो गई...
हे शारदे माँ हे शारदे माँ अज्ञानता से हमे तार दे माँ, तू स्वर की देवी है संगीत तुझसे, हर...
ओ माँ जागो जागो शेरावाली जागो मेहरा वाली सवेरा हो गया है सवेरा हो गया है फूट रही सूरज की...
मेरा जीवन तेरी शरण। सारे राग विराग हुए अब, मोह सारे त्याग हुए अब। एक यही मेरा बंधन, मेरा जीवन...
हो मोरी मैया की चुनर उडी जाए, हये लेहर लेहर लहराये लक्ष्मी चुनर जब ओड के आये, पवन हिलोरे ऐसे...
कभी दुर्गा बन के कभी काली बन के चली आना मईया जी चली आना ब्रह्मचारिणी रूप में आना ॥ भक्ति...
भेजा है बुलावा, तूने शेरा वालिए ओ मैया तेरे दरबार, में हां तेरे दीदार की मैं आऊंगा कभी न फिर...
मैया तेरे चरणों की, पग धूल जो मिल जाए, सच कहती हूँ मैया, तकदीर बदल जाए मैया तेरे चरणों की….....
शेरवाली जय हो तेरी, लता वाली जय हो तेरी…. मेरी चूड़ी अमर कर देना माँ, मेरा सिंदूर ना मिटाने देना...