संकट मोचन हनुमान अष्टक
बाल समय रवि भक्षि लियो तब, तीनहुं लोक भयो अंधियारों, ताहि सो त्रास भयो जग को, यह संकट काहु सों...
एक भक्त का प्रयास भक्तो के लिए
बाल समय रवि भक्षि लियो तब, तीनहुं लोक भयो अंधियारों, ताहि सो त्रास भयो जग को, यह संकट काहु सों...
मेरे प्रभु जानते है बात घट घट की बजाये जा तू प्यारे हनुमान चुटकी, तेरे माथे पर है बेटा तलवार...
कारोबार मेरो बाला जी चलावे, म्हारी बैलेंस शीत बाला जी बनावे, जीवे में कदे भी गातो आवे न कारोबार मेरो...
सारे तीरथ धाम आपके चरणों में, हे हनुमान परनाम आपके चरणों में, हिर्दय में सिया राम बिठा के मन मंदिर...
आसरो बालाजी म्हणे थारो, थे कस्ट निवारो , पधारो माहरे आगणिए पधारो, थारी मैं बुलावा जय जय कार, थारी मैं...
(तर्ज कभी राम …..) मंगलवार तेरा है शनिवार तेरा है, बजरंगी संभालो परिवार तेरा है । मंगलवार को मंदिर में...
( पवन तनय संकट हरण मंगल मूर्ति रूप राम लखन सीता सहित हदये बसहु सुर भूप। ) अंजनी का लाला...
हनुमत डटे रहो आसन पर जब तक कथा राम की होय माथे इनके मुकुट विराजे कानन कुंडल सोहे एक काँधे...
वो तो लाल लंगोटे वाला है, वो तो अंजनी का लाला है…… मंगल भवन अमंगल हारी, द्रवु सुदशरथ अजर बिहारी...
सोने के श्री राम चाँदी के मेरे बालाजी, चाँदी के मेरे बालाजी चाँदी के मेरे बालाजी, सोने के श्री राम...