सामने आओगे या आज भी पर्दा होगा
सामने आओगे या आज भी पर्दा होगा, रोज़ अगर ऐसा ही होगा तो कैसा होगा । मौत आती है तो...
एक भक्त का प्रयास भक्तो के लिए
कृष्ण भजन भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति का एक महत्वपूर्ण माध्यम हैं, जो उनके दिव्य लीलाओं और गुणों का वर्णन करते हैं। भगवान श्रीकृष्ण, जिन्हें साक्षात भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है, प्रेम, करुणा, और ज्ञान के प्रतीक हैं। उनके भजनों के माध्यम से भक्त उनके जीवन की कहानियों, जैसे कि माखन चुराना, गोवर्धन पर्वत उठाना, और गीता का उपदेश, का स्मरण करते हैं और उनसे प्रेरणा पाते हैं।
कृष्ण भजन न केवल धार्मिक अनुष्ठानों और भक्ति के समय गाए जाते हैं, बल्कि ये भजन हर उम्र के भक्तों के मन में भगवान के प्रति भक्ति का संचार करते हैं। इन भजनों के बोल भगवान कृष्ण की लीलाओं, उनके बालपन, रासलीला, और अर्जुन को दिए गए ज्ञान का वर्णन करते हैं। जब भक्त कृष्ण भजन गाते हैं, तो वे उनके मधुर स्वरूप में डूबकर उनके आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करते हैं।
कृष्ण भजन का विशेष महत्व जन्माष्टमी, राधाष्टमी, और अन्य धार्मिक त्योहारों पर होता है, जहाँ भक्त एकत्रित होकर श्रीकृष्ण की आराधना करते हैं। इन भजनों का गान मन को शांति और आत्मा को दिव्यता से भर देता है। भजन गाते समय भक्त भगवान कृष्ण के प्रेम और स्नेह की अनुभूति करते हैं, जो जीवन में स्थिरता और शांति प्रदान करता है।
कृष्ण भजनों का नियमित गायन जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, जिससे हर व्यक्ति भगवान कृष्ण की असीम कृपा का अनुभव कर सकता है।
सामने आओगे या आज भी पर्दा होगा, रोज़ अगर ऐसा ही होगा तो कैसा होगा । मौत आती है तो...
चरण कमल तेरे धोये धोये पीवा मेरे, सिमर सिमर नाम जीवा तन मन होए निहाला, चरण कमल तेरे धोये धोये...
आजा कलयुग में ले के अवतार ओ गोविन्द ॥ अपने भक्तो की सुनले पुकार ओ गोविन्द ॥ यमुना का पानी...
हरी बिन मोरी गोपाल बिन मोरी लक्ष्मी नाथ बिन मोरी सावल सेठ बिन मोरी दाता कौन खबर ले कौन खबर...
सुनकर श्री कृष्ण का जन्म मिलन शिव शंकर आए हैं, मिलन शिव शंकर आए हैं, मिलन भोले बाबा आए हैं,...
यशोदा मैया खोल किवड़िया, लालो आयो गऊ चराय, गऊ गोप ग्वालन गऊ संग , बंशी मधुर बजाय, सुन गोपी जन...
वृंदावन का कृष्ण कन्हैया, सबकी आंखों का तारा, मन ही मन क्यों जले राधिका, मोहन तो है प्यारा, वृंदावन का...
सुन ले ओ राधा भोली जो मो से न खेली होली तो , तेरी मेरी कट्टी है जायेगी, जो खेलोगे...
पाहिला नंदाचा नंदन । तेणे वेधियेले मन ॥१॥ मोर मुकुट पितांबर । काळ्या घोंगडीचा भार ॥२॥ गोधने चारी आनंदे नाचत...
मैया यशोदा ये तेरा कन्हैया, पनघट पे मेरी पकड़े है बैंया, तंग मुझे करता है, संग मेरे लड़ता हाय, रामजी...