मनुष जनम अनमोल रे
मनुष जनम अनमोल रे, मिट्टी मे ना रोल रे, अब जो मिला है फ़िर ना मिलेगा, कभी नही कभी नही...
October 20, 2024
एक भक्त का प्रयास भक्तो के लिए
मनुष जनम अनमोल रे, मिट्टी मे ना रोल रे, अब जो मिला है फ़िर ना मिलेगा, कभी नही कभी नही...
मेरे घर के आगे साईनाथ तेरा मन्दिर बन जाए जब खिड़की खोलूँ तो तेरा दर्शन हो जाए जब आरती हो...
तेरी रेहमतो का दरिया सरेआम चल रहा है, मुझे भीख मिल रही है तो काम चल रहा है, तेरी आशिकी...
ज़माने में कहाँ टूटी हुई तस्वीर बनती है । तेरे दरबार में बिगड़ी हुई तकदीर बनती है ॥ तारीफ़ तेरी...